प्रसव के चौथे पड़ाव पर,जिसे प्रसवोत्तर रिकवरी समय कहा जाता है , इसमें आपका शरीर जन्म देने के बाद भरने और ठीक होने की कोशिश करता है। इस अवधि में,बच्चादानी सिकुड़ता है जिससे कि दर्द होता है। इससे आपके बच्चादानी को पहले जैसे आकार का होने में मदद मिलती है। आपको लोचिया या रक्तबहाव भी हो सकता है, जिसमें आपका शरीर गर्भाशय की परत को बाहर निकालता है। आप आराम कर सकते हैं, जिससे आपके चिकित्सक आपके महत्वपूर्ण संकेतों को जांचेंगे ताकि यह सुनिश्चित कर पाएं कि कुछ भी गलत नहीं है। इस पड़ाव पर आराम और रिकवरी के लिए योजना बनाना ज़रूरी है।
प्रसव के पड़ावों के दौरान दर्द-प्रबंधन के तरीकें
प्रसव एक तीव्र और भावावेश अनुभव हो सकता है ,परन्तु कई दर्द-प्रबंधन के तरीके होते हैं जिनकी सहायता से आपको इससे उबरने में मदद मिलेगी। कुछ महिलाएं गैर-औषधीय विधियों का उपयोग करती हैं जैसे कि प्राणायाम,मालिश और हिप्नोथेरपी, जबकि कुछ महिलाएं औषधियों का इस्तेमाल पसंद करती हैं, जैसे कि एपीड्यूरल या नाइट्रस ऑक्साइड।
प्रसव के प्रारम्भिक पड़ावों के दौरान,कुछ आराम देने वाले तकनीकें, असहजता संभालने और शांति की अनुभूति के लिए बेहद मददगार होती है। लयबद्ध सांस लेने की प्रक्रिया,दृश्यकरण और धीरे-धीरे मांसपेशियों के ढीले होने के प्रक्रियाओं से आपके तनाव और घबराहट को कम करने में बहुत मदद मिलती है।
प्रसव के लिए तैयार होना: क्या उम्मीद करें और कैसे निपटें
जैसे ही आप अपने नियत तिथि के करीब आते हैं, तो प्रसव के लिए तैयार होने से आप अधिक आश्वस्त और नियंत्रित महसूस करते हैं। प्रसव की तैयारी के दौरान उच्च रक्तचाप को संभालना ,शिशु और माँ,दोनों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। नियमित देखरेख और दवाइयों से रक्तचाप संभाला जा सकता है।
एक जन्म योजना का होना भी आवश्यक है क्यूंकि उसमें आपके दर्द प्रबंधन,प्रसव के पोजीशन और प्रसवोपरांत देखभाल के चुनावों के बारें में बताया गया होता है।
याद रखें कि शिशु-जन्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और आपका शरीर इसके लिए विकसित हुआ है। अपने शिशु के जन्म के लिए अपने शरीर के काबिलियत पर विश्वास रखें और जानें कि आपके सामने जो भी स्थिति
आये,आपमें उसको संभालने की ताकत और लचीलापन मौजूद है।
प्रसव के पड़ावों के दौरान आपके सहायता समूह की भूमिका
जैसे-जैसे आप प्रसव के पड़ावों की तरफ बढ़ते हैं तो आपके आस-पास एक मजबूत सहायता समूह के होने से बहुत फर्क पड़ता है। भले ही वह आपका साथी हो या कोई नज़दीकी परिवार का सदस्य, लगातार मिल रहे भावनात्मक और शारीरिक सहायता से आप जन्म देने की प्रक्रिया के दौरान अधिक सशक्त और नियंत्रित महसूस करेंगे। आपके सहायता के लिए आया व्यक्ति,आपके दर्द और घबराहट को संभालने के लिए, आपको प्रोत्साहन के कुछ शब्द बोल सकता है ,थोड़ी मालिश कर सकता है और साथ ही,सांस लेने की प्रक्रिया में भी मदद कर सकता है। जैसे ही आप हर पड़ाव में आगे बढ़ते जाते हैं,तो आपकी सहायता समूह ,आपको प्रोत्साहन देंगे और एक आरामदेह उपस्थिति प्रदान करेंगे।
एक सकारात्मक जन्म देने के अनुभव के लिए अपने चिकित्सक के साथ काम करें
अपने चिकित्सक के साथ नियमित और खुली बातचीत रखना, सकारात्मक जन्म देने के अनुभव की कुंजी है। गर्भधारण के पहले दी जाने वाले क्लासेज से आपको जन्म देने की प्रक्रिया को समझने में , विश्वास बनाने में और आगे जो होगा ,उसके लिए तैयार होने में बहुत मदद मिलेगी।
जब आप तैयारी कर रहे हो,तो अपने चिकित्सक से जन्म योजना की चर्चा करना ज़रूरी है। इस योजना से आपको भ्रूण निगरानी ,जन्म देने की प्रक्रिया में मशीनों का उपयोग, और आंतरिक जांच जैसे प्राथमिकताएं शामिल होंगे। आपके चिकित्सक, ख़तरे,फायदे और दर्द-प्रबंधन जैसे विकल्पों पर अधिक सूचित निर्णय लेने में मदद करते हैं।
जैसे आप अपने शिशु का इस दुनिया में स्वागत करने की तैयारी करते हैं ,प्रसव के 4 पड़ावों का अनुभव,एक अद्भुत,कठिन और उत्साहपूर्ण यात्रा महसूस होती है। प्रसव में जाने से लेकर डिलीवरी और रिकवरी तक, इस अनुभव का हर पड़ाव ज़रूरी है। अपने सहायता-समूह पर भरोसा रखें और अपने चिकित्सक के विशेषज्ञता पर भरोसा रखें जिससे कि आपको प्रसव की प्रक्रिया में सहजता महसूस हो।